वो रात भी क्या रात थी ,तुम थे और था चाँद थोड़ा थोड़ा |
कर रहे थे प्यार मुझको ,और था इताब थोड़ा थोड़ा |
थोडी थोडी मुहब्बत थी और ,था तेरा नखरा थोड़ा थोड़ा |
सारी छत पे थी खुशबू महकी ,जो था तेरा इकरार थोड़ा थोड़ा |
sunder rachna.
fan ho gya iska
aur sher bhi to likho...
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3 comments:
sunder rachna.
fan ho gya iska
aur sher bhi to likho...
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